प्रवक्ता.कॉम / 31.12.24/ महासमुंद
शिक्षकों में बढ़ती शराबखोरी की कीमत महासमुंद जिले के स्वामी आत्मानंद शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भंवरपुर विकासखंड बसना जिला महासमुंद के व्याख्याता शौकत अली को चुकाना पड़ा ।
उन्हें शराबखोरी के आरोप की पुष्टि होने के बाद लोक शिक्षण संचालनालय ने अपने द्वारा जारी आदेश दिनांक 26.12.24 के तहत निलंबित कर दिया है।
उनके निलंबन का प्रस्ताव कलेक्टर महासमुंद के ज्ञापन /8809/शिकायत/निलंबन प्रस्ताव/ दिनांक /24.10.27 को भेजा गया था।
कलेक्टर महासमुंद के प्रस्ताव के अनुसार व्याख्याता शौकत अली दिनांक 24.10.24 के अनुसार विद्यालय के परिसर में बेसुध होकर गिर पड़े, उक्त घटना की जानकारी पुलिस चौकिए भंवरपुर को दी गई जिसमें उनके द्वारा शराब पीकर विद्यालय आने की पुष्टि हुई और इसी आरोप के चलते लोक शिक्षण संचालनालय ने उनको निलंबित कर दिया है।
अपने निलंबन आदेश में लोक शिक्षण संचालनालय ने लिखा है कि शौकत अली का आचरण सिविल छ. ग. सिविल सेवा वर्गीकरण एवं नियंत्रण 1966 के नियम 3 एवं उप नियम 23 के अनुसार कदाचार है। अतः सिविल सेवा आचरण नियम 9 के उपनियम (1) के तहत तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए इनका मुख्यालय कार्यालय जिला शिक्षाधिकारी महासमुंद किया जाता है।
निलंबन अवधि में इन्हें नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ते की पात्रता होगी।
शिक्षकों के आचरण को सुधारने की आवश्यकता–
समाज में शिक्षकों को सम्मान की नज़रों से देखने की परंपरा आदि काल से है। प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में शिक्षक का बड़ा महत्व है लेकिन आए दिन शिक्षकों के चरित्र और व्यवहार में आ रही गिरावट समाज और देश के लिए सही नहीं है।
कुछ एक शिक्षक अपने इस तरह के प्रतिकूल और अभद्र आचरण से इस पवित्र और गरिमामय पेशे की प्रतिष्ठा की धूमिल कर रहे हैं।
जो चिंतनीय है।