अमेरिका की सत्ता में डोनॉल्ड ट्रंप की वापसी चीन, ईरान और यूक्रेन के लिए शुभ संकेत नहीं– भारत के लिए कहा im a big fan of hindu, big fan of india
भारत सच्चा दोस्त , प्रधानमंत्री मोदी अच्छे इंसान हैं – ट्रंप
दुनिया भर में बुद्धिजीवी ,विश्लेषक और अन्तर्राष्ट्रीय मीडिया अमेरिकी चुनाव के नतीजे आने के बाद से इस कयास में व्यस्त हैं, कि आखिर डोनाल्ड ट्रंप की इस बड़ी असंभव से लगने वाली जीत के बाद वैश्विक राजनीति का परिदृश्य क्या होगा । इसे लेकर एक विश्लेषण जो हमें सटीक और व्यवहारिक लगा उसका उल्लेख कर रहे हैं ।जिसके अनुसार ट्रंप के अमेरिकी सत्ता में वापसी का सबसे बड़ा असर अंतराष्ट्रीय प्रभाव इस प्रकार से हो सकता है l
1- यूक्रेन की जंग में जेलेंस्की को पीछे हटना पड़ सकता है क्योंकि अब यूक्रेन की मदद अमेरिका घटाएगा । पुतिन और ट्रंप की दोस्ती पुरानी है अब टेबल टॉक होगा और यूक्रेन को आज के बॉर्डर पर समझौता करना होगा जिसमें वो अपना बड़ा क्षेत्र खो चुका है ।
2- ईरान के न्यूक्लियर अड्डों पर इजराइल हमला कर सकता है क्योंकि पहले बाइडन सरकार ने इसके लिए इजराइल को रोका हुआ था । लेकिन ट्रंप पहले ही ईरान के न्यूक्लियर अड्डों के खात्मे की सहमति दे चुके थे ।
3- इजराइल पर ट्रंप दबाव डालेंगे जल्द से जल्द ही शत्रुओं के दांत तोड़कर युद्ध बंद किया जाए । ऐसी स्थितियों में अब युद्ध और तेज होगा और इसका बुरा असर भी हो सकता है । गॉड विल यानी प्रभु इच्छा युद्ध को और भड़का भी सकती है । ऐसा अनुमान भी होता है ।
4- बांग्लादेश में मोहम्मद युनिस के बड़े बुरे दिन शुरू होंगे क्योंकि वो ट्रंप की आलोचना पहले भी कर चुके हैं । ऐसे में बाइडन प्रशासन के जाने के बाद अब नया प्रशासन बांग्लादेश में भी बदलाव की चिंगारी भड़का सकता है । अमेरिका बांग्लादेश में निष्पक्ष चुनाव का दबाव डाल सकता है । सौजन्य से ANI ये वीडियो जरूर देखें
5- कनाडा के अंदर भी अब ट्रूडो की पार्टी को बड़ी हार का मुंह देखना पड़ सकता है क्योंकि अब मूड चेंज हो चुका है । कनाडा की कंजर्वेटिव पार्टी को चुनाव में बड़ी जीत मिल सकती है और ट्रूडो के खात्मे के साथ ही कनाडा और भारत के रिश्तों में बेहतरी आना शुरू होगी ।
6- खालिस्तानियों को पहले के समान छूट नहीं मिलेगी । न्यूयार्क में रहने वाला खालिस्तानी गुरुपतवंत सिंह पन्नू अब ज्यादा नहीं बोल पाएगा क्योंकि उसके मन में इस बात का डर अवश्य होगा कि ट्रंप और मोदी अच्छे दोस्त हैं ।
7- ट्रंप पहले ही कह चुके हैं कि वो हिंदुओं की सुरक्षा के लिए संकल्पबद्ध हैं ऐसे में बांग्लादेश के अंदर हिंदुओं की सुरक्षा करने के लिए मोदी सरकार को ट्रंप का साथ मिल सकता है । भारत को अब अत्यंत उत्साह के साथ बांग्लादेश में हिंदुओं की रक्षा के लिए कदम उठाना चाहिए ।
8- तुर्की के राष्ट्रपति तानाशाह अर्दोगन के लिए भी बुरे दिन शुरू होंगे क्योंकि अर्दोगन एक जिहादी माइंड सेट के शक्स हैं और बाइडन को इस्लामी आतंकवाद से बेइंतहां नफरत है । नैटो को मिलने वाली अमरिकी मदद में कटौती भी तय है ।
9- मुसलमानों के लिए अमेरिका में बुरे दिन शुरू होंगे । ट्रंप अवैध प्रवासियों को बाहर निकालेंगे । ट्रंप फिलिस्तीन के लिए नारेबाजी करने वालों को बाहर निकालेंगे । ट्रंप अरब देश से आने वाले शरणार्थियों पर पाबंदी लगाएंगे ।
10- ट्रंप के चुने जाने के बाद इस्लामी इकोसिस्टम को बड़ा झटका लगेगा ।