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आबकारी विभाग के बड़े घोटाले में अब जाकर हुई बड़ी गिरफ्तारी ,पूर्व आबकारी मंत्री, विधायक कवासी लखमा और उनके बेटे हरीश लखमा को ईडी ने किया गिरफ्तार

2200करोड़ से अधिक के आबकारी घोटाले में एक पूर्व आई ए एस अधिकारी ,आबकारी विभाग के एम डी और कारोबारी अनवर ढेबर भी हैं आरोपी

रायपुर प्रवक्ता.कॉम दिनांक15 जनवरी 2025
छत्तीसगढ़ के बहु चर्चित शराब घोटाले में पिछले कुछ दिन से इनफोर्समेंट डायरेक्टरेट ई डी लगातार पूर्व आबकारी मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता कवासी लखमा पर नजर रखे हुए थी । ई डी इस गिरफ्तारी के पूर्व उनके आवास पर छापेमारी की कार्यवाही कर चुकी थी।
जिसके बाद पिता पुत्र को रायपुर स्थिति ई डी के क्षेत्रीय कार्यालय में पूछताछ के लिए बुलाया गया था। कवासी लखमा ने बयान भी दिया था कि छापे के दौरान फूटी कौड़ी भी नहीं मिली है। 2000 करोड़ रूपये से अधिक के शराब के घोटाले में ई डी बड़ी मछली की तलाश में थी ही ,जो कि अब कवासी लखमा और उनके पुत्र हरीश लखमा की गिरफ्तारी के रूप में मिल गया है।
आज ई डी ने दोपहर को पूछताछ के बाद पूर्व मंत्री को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तारी के बाद कोई हो हल्ला न हो इसके लिए पुलिस के तगड़े बंदोबस्त किए गए थे। उनको न्यायालय में पेश करने की तैयारी है।

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इससे पहले क्या क्या हुआ–
कवासी लखमा और उनके पुत्र के आवास पर 28 दिसंबर को ई डी की रेड पड़ी ,सबूत और दस्तावेज मिले नकदी की बात सामने नहीं आई।
फिर ई डी ने दिनांक 3 जनवरी को पूछताछ के लिए बुलाया ,लंबी बात चीत और सवाल जवाब के बाद छोड़ दिया गया।
फिर आज उनको उनके सम्पत्ति के विवरण सहित निज चार्टड एकाउंटेंट के साथ बुलाया गया लेकिनअकेले पहुंचे पूछताछ के बाद , शराब घोटाले के प्रकरण में उनकी संदिग्ध भूमिका ,लेनदेन ,कमीशन के आरोप के चलते उनको पुत्र सहित गिरफ्तार किया गया ।
छत्तीसगढ़ में क्या है ?आबकारी घोटाला हुआ क्या था –
इससे पहले छत्तीसगढ़ में गलत तरीके से नकली होलोग्राम बनाकर , गलत रेट और पैकेजिंग के अलग अलग आरोपों में एक पूर्व आई. ए .एस .अधिकारी अनिल टुटेजा ,कारोबारी अनवर ढेबर और आबकारी विभाग के पूर्व प्रबंध निदेश ए .पी. त्रिपाठी को विभिन्न धाराओं में दर्ज अपराध के तहत गिरफ्तार किया गया था।
इस सभी पर संगठित तरीके से शराब के नकली होलोग्राम निर्माण, ओवर रेट , सहित कई आरोप थे।जिनके कारण सरकार को 2200 करोड़ से अधिक के राजस्व का नुकसान हुआ था।
ये सभी जेल भेजे गए।

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