स्थानांतरित शिक्षकों की वरिष्ठता सेटअप सुधार और अन्य मुद्दों को लेकर मुख्यमंत्री को लिखा पत्र
छात्र हित मे हाई स्कूल विज्ञान में- भौतिक रसायन बायो तीनो को नियुक्ति दे। 🟣लैब के समुचित प्रयोग , प्रभावी शिक्षण से छात्र विषय को अच्छे से समझेंगे लैब शिक्षक व्याख्याता का सहयोग करे तो बेहतर गुणवत्ता में होगा सुधार लैब का नियमित उपयोग नही होने से- करोड़ो के लागत से बने लैब व लैब शिक्षक नियुक्ति का क्या औचित्य ?
रायपुर प्रवक्ता.कॉम 11अक्टूबर 2025
रायपुर – स्थानांतरित संगठन छ ग व्याख्याता एल बी एवं समस्त संगठन के प्रांत अध्यक्ष व छ ग शासन के मान्यता प्राप्त संगठन छत्तीसगढ़ शिक्षक कांग्रेस रायपुर संभाग के उपाध्यक्ष लालबहादुर साहू ने विज्ञान संकाय के शिक्षकों की समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय व संचालक लोक शिक्षण संचालनालय को लिखा पत्र छात्र हित व गुणवत्तापूर्ण शिक्षा हेतु मांग भी किये ।


हाई स्कूल सेटअप आंशिक सुधार कर विज्ञान में एस.सी.ई. आर.टी.पाठ्यक्रम अनुसार भौतिक रसायन व बायो तीनों की नियुक्ति सामाजिक विज्ञान व्याख्याता की तरह करने हेतु ज्ञापन दिये , विज्ञान के भौतिक ,रसायन व बायो पार्ट को एक ही व्याख्याता पढ़ाने के बजाय विज्ञान विषय विशेषज्ञ व्याख्याता अपने अपने विषय पार्ट को अच्छे से छात्रो को क्लीयर कर सकते है इसलिए मिलकर अध्यापन करना चाहिए मामला छात्र हित का है इसलिए विज्ञान में -भौतिक रसायन बायो तीनो को राज्य सरकार को नियुक्ति ,पदोन्नति भी देना चाहिए ताकि भौतिक ,रसायन वालो को भी बायो व गणित वालो की तरह हायर सेक. से हाई स्कूल व हाई से हायर सेकें.में स्थानांतरण लाभ मिल सके, अभी हाई स्कूल विषय 9वी 10वी विज्ञान(व हायर सेक विषय 11वी 12वी बायो ) दोनों में सिर्फ बायो वालो को व हाई स्कूल विषय गणित (व हायर सेक गणित में भी)दोनों में सिर्फ गणित वालो को नियुक्ति पदोन्नति लाभ देते , हाई स्कूल में नियुक्ति होने पर बायो व गणित वाले 9वी 10वी विज्ञान या गणित का सिर्फ 2 की कालखंड पढ़ाते है जबकि विज्ञान/ गणित में भौतिक रसायन व्याख्याता का नियुक्ति पदोन्नति ,स्थानांतरण का प्रावधान ही नही है दूसरा पहलू यह भी है कि विज्ञान में सिर्फ बायो वालो को नियुक्ति करते है गणित वाले कि अनुपस्थिति पर गणित अध्यापन करने की क्षमता ही नही रखते है जिससे छात्रो का अहित होता है जबकि भौतिक/ रसायन वाले विज्ञानं/गणित दोनों अध्यापन करने की क्षमता होती है उनका ही हाई स्कूल विषय विज्ञान/गणित में नियुक्ति पदोन्नति का प्रावधान नही है ।राज्य सरकार भौतिक ,रसायन वाले को विज्ञान /गणित में नियुक्ति नहीं देते तो जिनको लाभ देते है लाभ देने वाले व्याख्याता से ही अध्यापन कराने स्पष्ट निर्देश जारी करने मांग की गई ,पदोन्नति से वंचित स्थानांतरित शिक्षको का जो शासन की गलत नीति से बिना पदोन्नति के रिटायर्ड हो जाएंगे GAD नियम से वरिष्ठता का समायोजन कर प्राचार्य/व्याख्याता/ प्रधानपाठक में पदोन्नति लाभ दे व लैब शिक्षक ( विज्ञान सहायक शिक्षक) को जहां विषय विशेषज्ञ व्याख्याता है उस विषय से अध्यापन कार्य से पूर्णत मुक्त करने पुस्तकालय शिक्षक की तर्ज पर मांग की गई , प्राचार्य द्वारा लैब शिक्षक को अन्य सौंपे गये दायित्व के कारण जिनके लिए नियुक्ति की जाती है -भौतिक रसायन व बायो व्याख्याता के गुणवत्तापूर्ण अध्यापन व प्रायोगिक कार्य प्रभावित होता है न हो , लैब सामग्री से सुसज्जित हो ,कमी वाले सामग्री का लिस्ट बनाकर सामग्री की पूर्ति कर सके कार्य प्राथमिकता से लैब शिक्षक कार्य करे अन्य कार्य बाकी समय मे करे , विज्ञान व्याख्याता अध्यापन कक्ष में टीचिंग मेथाडोलॉजी(शिक्षण विधि) का उपयोग कर सके लैब मे उपलब्ध सामग्री ईशू करने लैब शिक्षक लैब खोलकर प्रथम कालखंड व थ्योरी के साथ साथ छात्रो के वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकास हेतु प्रायोगिक कार्य पूर्ण होता रहे प्रायोगिक कालखंड के समय लैब कक्ष में अनिवार्यतः उपस्थित रहकर बैठे प्राचार्य के लिए निर्देशित करने ताकि छात्र विषय की बारीकी को अधिक से अधिक समझ पाये , लैब व वँहा की सामग्री का सही उपयोग हो सके जिस उद्देश्य हेतु लैब की स्थापना व लैब शिक्षक की नियुक्ति की गई है मांग की गयी ।
अन्यथा संस्था प्रमुख प्राचार्य द्वारा ध्यान नही देने लैब शिक्षक के बिना सामग्री सहयोग के व्याख्याता द्वारा अध्यापन (अप्रभावी शिक्षण) , बिना सामग्री के फॉर्मेलटी कुछ ही दिन में प्रायोगिक कार्य कराने से विज्ञान विषय मे गुणवत्ता में अपेक्षित सुधार नही होगा न छात्रो में वैज्ञानिकता का गुण विकसित होगा , राज्य सरकार द्वारा जिस उद्देश्य हेतु करोड़ो के लागत से बनाये लैब व लैब शिक्षक नियुक्ति का कोई औचित्य नही ?
ज्ञापन पत्र में मांग करने वालो में राज्यभर के भौतिक ,रसायन व्याख्याता प्राचार्य , ए.बी.ई.ओ., पी.जी. योग्यताधारी बेरोजगार व संगठन के पदाधिकारी शामिल है ।