ई अटेंडेंस एप डाउनलोड कराने विभाग ने दिखाई सख्ती शिक्षक नहीं ले रहे हैं रूचि रायपुर जिले के 8503 शिक्षकों में 1599 ने ही किया ऐप पर रजिस्ट्रेशन डेटा लीक और प्राइवेसी की गारंटी कौन लेगा ?
शिक्षकों ने जिला शिक्षा अधिकारी और सरकार से डेटा लीक और प्राइवेसी की लिखित गारंटी मांगी , कहा सरकारी काम के लिए निजी मोबाइल क्यों?
रायपुर प्रवक्ता.कॉम 21 दिसंबर 2025
सिटी रिपोर्टर.
रायपुर । शिक्षकों और छात्रों की ऑनलाइन अटेंडेंस के लिए वीएसके (विद्या समीक्षा केंद्र) ऐप पूरे राज्य में लागू कर दिया गया है। लेकिन ऐप को डाउनलोड करने में शिक्षक रुचि नहीं दिखा रहे हैं। राज्य में लगभग 80 हजार शिक्षकों ने ऐप डाउनलोड कर रजिस्ट्रेशन किया है। यानी राज्य में कार्यरत कुल 1,78,731 शिक्षकों का लगभग 45 फीसदी है। राजधानी रायपुर में ही मात्र 18 फीसदी शिक्षकों ने वीएसके ऐप में रजिस्ट्रेशन किया है। रायपुर जिले में कुल 8503 शिक्षक कार्यरत है। इसमें से 1599 शिक्षक ही रजिस्टर्ड है। वहीं, 15 दिसंबर के डेटा के अनुसार, कुल रजिस्टर्ड शिक्षकों में से 91.43 फीसदी यानी 1462 शिक्षक अनुपस्थित रहे। इसे देखते हुए जिला शिक्षा अधिकारी ने ऐप डाउनलोड कराने के लिए सभी संस्था प्रमुखों को आदेश भी जारी किया है। वीएसके ऐप सितंबर माह में ही पायलट प्रोजेक्ट के तहत इसे महासमुंद, बेमेतरा, सूरजपुर, दंतेवाड़ा और रायगढ़ में लागू किया गया था। उसके बाद विभाग की ओर से इसे सभी जिलों में लागू कर दिया गया है। जानकारों के अनुसार, ऐप डाउनलोड करने में शिक्षकों को कई दिक्कतें आ रही हैं। वहीं, पहले पांच जिन जिलों में शुरू किया गया था, डाउनलोड उन्हीं जिलों में ज्यादा होंगे। बाकि जगह रजिस्ट्रेशन बहुत ही कम है।

- जानें… रायपुर के किस ब्लॉक में कितने रजिस्टर्ड
ब्लॉक – कुल शिक्षक – रजिस्टर्ड – प्रतिशत
आरंग – 1937 – 298 – 15.38
तिल्दा – 1409 – 519 – 36.83
धरसींवा – 3631 – 600 – 16.52
अभनपुर – 1526 – 182 – 11.93
कुल – 8503 – 1599 – 18.81
- ऐप डाउनलोड कर उपस्थिति करें सुनिश्चित
जिला शिक्षा अधिकारी हिमांशु भारती ने एक और आदेश जारी किया है। इसमें उन्होंने कहा है कि विद्या समीक्षा केंद्र द्वारा तैयार ऐप को डाउनलोड कर रजिस्टर करके नियमित शिक्षकों व विद्यार्थियों की उपस्थिति दर्ज किया जाना है। इसलिए ऐप में नियमित रूप से शिक्षकों व विद्यार्थियों की उपस्थिति दर्ज करना सुनिश्चित करें। - रियल टाइम उपस्थिति का पता
जानकारों ने बताया कि ऐप से शिक्षकों की रियल टाइम उपस्थिति का पता चलेगा। साथ ही गड़बड़ी कर अटेंडेंस लगाने वाले शिक्षकों पर लगाम लगाई जा सकेगी। ऐेप विद्या समीक्षा केंद्र द्वारा संचालित है, जो डेटा-संचालित निर्णय लेने के लिए स्कूलों से वास्तविक समय का डेटा एकत्र करता है और उसका विश्लेषण करता है। ऐप से शिक्षक और छात्र की उपस्थिति दर्ज की जाती है। हाजिरी दर्ज करने के लिए शिक्षक को स्कूल के 100 मीटर के दायरे में होना चाहिए। शिक्षकों को ऐप के माध्यम से छुट्टी और अन्य ड्यूटी के लिए आवेदन करने और उसके अनुमोदन की स्थिति की सुविधा मिलती है। ऐप एआई का उपयोग करके स्कूलों से वास्तविक समय का डेटा एकत्र और विश्लेषण करता है।
शिक्षक संगठनों ने किया पुरजोर विरोध
राज्य में ई अटेंडेंस को लेकर शालेय शिक्षक संघ , संघ शिक्षक कल्याण संघ , टीचर्स एसोशियशन , सहित दर्जन भर से अधिक संगठनों ने इस प्रणाली का विरोध करते हुए आपत्ति जताई है।
शिक्षकों ने क्या कहा · ऐप के माध्यम से उपस्थिति दर्ज करने को लेकर शिक्षकों ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है । विकास सिंह, गंगाधर राव, विमल कोसले, चंद्र प्रकाश ने कहा है कि सरकार को जिस भी माध्यम से उपस्थिति लेनी है ले लेकिन इसके लिए शिक्षकों के निजी मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए । सरकारी काम के लिए उपकरण भी शासकीय होना चाहिए़।
प्राइवेसी और डेटा लीक की जिम्मेदारी डीईओ लेंगे या सरकार कौन जिम्मेदार – जिला शिक्षा अधिकारी रायपुर के द्वारा जारी आदेश के पालन के लिए बी ई ओ , बी आर सी और संकुल समन्वयक लगातार निर्देशित कर रहे हैं । यह एक थर्ड पार्टी ऐप है जो कि मोबाइल के डाटा एक्सेस ,लोकेशन सहित अन्य डाटा के एक्सेस की अनुमति मांगता है। ऐसी स्थिति में निजी मोबाइल से प्राइवेट जानकारी ऑडियो ,वीडियो ,इमेज, सहित वित्तीय जानकारी के लीक होने का रिस्क रहता है। किसी तरह के साइबर अपराध ,धोखाधड़ी से सुरक्षा की गारंटी कौन लेगा यह जिला शिक्षा अधिकारी को स्पष्ट करना चाहिए़। कानूनी अड़चन आने पर विभागीय अधिकारी इसके लिए सीधे सीधे जिम्मेदार माने जाएंगे। शिक्षकों ने सरकार से सुरक्षा की लिखित गारंटी मांगी है।






