अमरनाथ श्राइन बोर्ड (SASB) की 49वीं बैठक जम्मू-कश्मीर उपराज्यपाल मनोज सिन्हा की अध्यक्षता में आयोजित हुई पहलगाम में श्राइन बोर्ड का कार्यालय यात्रा का एक रास्ता पहलगाम से प्रारंभ होता है
बैठक में स्वामी अवधेशानन्द गिरि जी महाराज भी उपस्थित रहे उन्होंने उत्साहपूर्ण स्वर में कहा - “आज का कश्मीर नया कश्मीर है – शान्ति, शक्ति और सनातन संस्कृति की पुनर्जनन का प्रतीक अमरनाथ यात्रा

प्रवक्ता.कॉम 08 जून 2025
श्रीनगर, जम्मू-कश्मीर में आज एक ऐतिहासिक और उत्साहपूर्ण पल साकार हुआ, जब श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड (SASB) की 49वीं बैठक जम्मू-कश्मीर के माननीय उपराज्यपाल मनोज सिन्हा की अध्यक्षता में आयोजित हुई। यह बैठक आगामी अमरनाथ यात्रा 2025 की तैयारियों को नई ऊँचाइयों तक ले जाने का एक जीवन्त संकल्प थी, जिसमें श्रद्धालुओं की सुरक्षा, सुविधा और सहज दर्शन को सुनिश्चित करने के लिए उत्साहपूर्ण चर्चाएँ हुईं और ठोस, दूरदर्शी निर्णय लिए गए।
इस पावन अवसर पर श्त्परमहंस परिव्राजकाचार्य श्रोत्रिय ब्रह्मनिष्ठ अनन्त विभूषित जूनापीठाधीश्वर आचार्यमहामण्डलेश्वर पूज्यपाद श्री स्वामी अवधेशानन्द गिरि जी महाराज “पूज्य प्रभुश्री जी” की गरिमामयी उपस्थिति ने बैठक को और अधिक प्रेरणादायी बनाया।
“पूज्य प्रभुश्री जी” ने श्रद्धालुओं को उत्साह और निर्भयता के साथ इस यात्रा में सम्मिलित होने का आह्वान करते हुए कहा – “अमरनाथ यात्रा केवल एक धार्मिक यात्रा नहीं, बल्कि यह भारत की सनातन संस्कृति का जीवन्त उत्सव है, जो राष्ट्र की आत्मा और संवेदनशीलता को साकार करती है। यहाँ भक्त बाबा अमरनाथ शिव की उस अलौकिक और विराट दिव्यता के दर्शन करते हैं, जो भारत के हर हृदय में धड़कती है। यह यात्रा भारत की आत्मा को अनुभव करने का एक अनुपम अवसर है।”

“ऑपरेशन सिन्दूर की अपार सफलता ने पहलगाम, बालटाल और अन्य यात्रा मार्गों को शान्ति और समृद्धि के नए युग में प्रवेश कराया है। संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा बलों की सुदृढ़ और अभेद्य तैनाती के साथ, यह यात्रा हर श्रद्धालु के लिए पूर्ण रूप से सुरक्षित होगी। श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने यात्रियों के लिए विश्वस्तरीय सुविधाएँ सुनिश्चित की हैं, जिनमें आरामदायक आवास, उन्नत स्वास्थ्य सेवाएँ, शुद्ध और स्वादिष्ट भोजन, सुगम ट्रांसपोर्ट और त्वरित आपातकालीन सहायता सम्मिलित हैं।”
“प्रधानमंत्री आदरणीय श्री नरेंद्र मोदी जी के दूरदर्शी नेतृत्व में कश्मीर में स्थापित शान्ति, स्थायित्व और विकास का स्वर्णिम वातावरण इस यात्रा को और भी अधिक प्रेरणादायी और भव्य बना रहा है। भारत की सैन्य शक्ति, कूटनीतिक कुशलता और सामूहिक संकल्पशक्ति आज विश्व मंच पर गौरव का प्रतीक बन चुकी है, जो इस पवित्र यात्रा को और अधिक सम्मानजनक बनाती है।”
बैठक में यह निर्णय लिया गया कि यात्रा मार्ग पर अत्याधुनिक चिकित्सा केन्द्र, त्वरित आपदा प्रतिक्रिया दल और जानकारी केन्द्र स्थापित किए जाएँगे, ताकि हर यात्री को बिना किसी चिन्ता के अपनी आध्यात्मिक यात्रा का आनन्द मिले। स्थानीय प्रशासन, सुरक्षा बल और स्वैच्छिक संस्थाएँ एकजुट होकर इस यात्रा को श्रद्धा, सुरक्षा और सेवा का एक अनुपम और विश्वस्तरीय उदाहरण बनाएँगे।
पूज्य स्वामी अवधेशानन्द गिरि जी महाराज ने उत्साहपूर्ण स्वर में कहा – “आज का कश्मीर नया कश्मीर है – शान्ति, शक्ति और सनातन संस्कृति की पुनर्जनन का प्रतीक अमरनाथ यात्रा इस परिवर्तन की जीवन्त सिद्धि बनकर उभर रही है, जो हर भारतीय के हृदय को गर्व और आनन्द से भर देगी।”
इस बैठक में जम्मू-कश्मीर के डीजीपी, चीफ सेक्रेटरी, सेना के उच्च अधिकारियों सहित विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति ने इस आयोजन को और भी गौरवपूर्ण बनाया। यह ऐतिहासिक बैठक इस बात का प्रबल सन्देश देती है कि 2025 की अमरनाथ यात्रा न केवल पूर्ण रूप से सुरक्षित होगी, बल्कि यह हर श्रद्धालु के लिए एक अलौकिक, गरिमामयी और जीवन भर याद रहने वाला आध्यात्मिक उत्सव बनेगी।
आइये ! इस पवित्र यात्रा में सम्मिलित होकर बाबा अमरनाथ के दर्शन करें और भारत की सनातन संस्कृति की महान कल्याणकारी यात्रा में भाग लें।