आज का हिंदू पंचांग,जानिए ग्रह नक्षत्र एवं जरूरी मुहूर्त
आज से हम रोज प्रवक्ता.कॉम पर योगाचार्य लेखु बाबा जी द्वारा प्रेषित हिन्दू पंचांग का प्रकाशन कर रहे हैं। पाठकों के लिए जल्द ही विस्तृत राशिफल एवं योग से जुड़ी हुई जानकारियां भी शीघ्र ही उपलब्ध कराए जाएंगे।
प्रवक्ता.कॉम 13.12.24
🌞~ आज का हिन्दू पंचांग ~🌞
⛅दिनांक – 13 दिसम्बर 2024
⛅दिन – शुक्रवार
⛅विक्रम संवत् – 2081
⛅अयन – दक्षिणायन
⛅ऋतु – हेमन्त
⛅मास – मार्गशीर्ष
⛅पक्ष – शुक्ल
⛅तिथि – त्रयोदशी शाम 07:40 तक, तत्पश्चात चतुर्दशी
⛅नक्षत्र – भरणी प्रातः 07:50 तक, तत्पश्चात कृत्तिका प्रातः 05:48 दिसम्बर 14 तक, तत्पश्चात रोहिणी
⛅योग – शिव प्रातः 11:54 तक तत्पश्चात सिद्ध
⛅राहु काल – प्रातः 11:14 से दोपहर 12:34 तक
⛅सूर्योदय – 07:16
⛅सूर्यास्त – 05:51
⛅दिशा शूल – पश्चिम दिशा में
⛅ब्राह्ममुहूर्त – प्रातः 05:26 से 06:19 तक
⛅अभिजीत मुहूर्त – दोपहर 12:13 से दोपहर 12:56 तक
⛅निशिता मुहूर्त- रात्रि 12:08 दिसम्बर 14 से रात्रि 01:01 दिसम्बर 14 तक
⛅ व्रत पर्व विवरण – प्रदोष व्रत
⛅विशेष – त्रयोदशी को बैंगन खाने से पुत्र का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
🔹सर्दियों के लिए बल व पुष्टि का खजाना🔹
🔸रात को भिगोयी हुई १ चम्मच उड़द की डाल सुबह महीन पीसकर उसमें २ चम्मच शुद्ध शहद मिला के चाटें । १ – १.३० घंटे बाद मिश्रीयुक्त दूध पियें । पूरी सर्दी यह प्रयोग करने से शरीर बलिष्ठ और सुडौल बनता है तथा वीर्य की वृद्धि होती है ।
🔸दूध के साथ शतावरी का २ – ३ ग्राम चूर्ण लेने से दुबले-पतले व्यक्ति, विशेषत: महिलाएँ कुछ ही दिनों में पुष्ट जो जाती हैं । यह चूर्ण स्नायु संस्थान को भी शक्ति देता हैं ।
🔸रात को भिगोयी हुई ५ – ७ खजूर सुबह खाकर दूध पीना या सिंघाड़े का देशी घी में बना हलवा खाना शरीर के लिए पुष्टिकारक है ।
🔸रोज रात को सोते समय भुनी हुई सौंफ खाकर पानी पीने से दिमाग तथा आँखों की कमजोरी में लाभ होता है ।
🔸आँवला चूर्ण, घी तथा शहद समान मात्रा में मिलाकर रख लें । रोज सुबह एक चम्मच खाने से शरीर के बल, नेत्रज्योति, वीर्य तथा कांति में वृद्धि होती है ।हड्डियाँ मजबूत बनती हैं ।
🔸१०० ग्राम अश्वगंधा चूर्ण को २० ग्राम घी में मिलाकर मिट्टी के पात्र में रख दें । सुबह ३ ग्राम चूर्ण दूध के साथ नियमित लेने से कुछ ही दिनों में बल-वीर्य की वृद्धि होकर शरीर हृष्ट-पुष्ट बनता है ।
🔸शक्तिवर्धक खीर : ३ चम्मच गेहूँ का दलिया व २ चम्मच खसखस रात को पानी में भिगो दें । प्रात: इसमें दूध और मिश्री डालकर पकायें । आवश्यकता अनुसार मात्रा घटा-बढ़ा सकते हैं । यह खीर शक्तिवर्धक है ।
🔸हड्डी जोडनेवाला हलवा : गेहूँ के आटे में गुड व ५ ग्राम बला चूर्ण डाल के बनाया गया हलवा (शीरा) खाने से टूटी हुई हड्डी शीघ्र जुड़ जाति है । दर्द में भी आराम होता है ।
🔸सर्दियों में हरी अथवा सुखी मेथी का सेवन करने से शरीर के ८० प्रकार के वायु-रोगों में लाभ होता है ।
🔸सब प्रकार के उदर-रोगों में मठ्ठे और देशी गाय के मूत्र का सेवन अति लाभदायक है । (गोमूत्र न मिल पाये तो गोझरण अर्क का उपयोग कर सकते हैं ।)
*🌞🚩🚩 *” ll जय श्री राम ll “* 🚩🚩🌞*