युक्ति युक्तकरण की विगतियों के विरुद्ध जागरूक शिक्षक संघ ने उठाई आवाज शिक्षकों के स्थानांतरण और पदोन्नति से विसंगति दूर होगी क्रमोन्नति का वादा सरकार ने किया है पूरा तो करना होगा
क्रमोन्नति वेतनमान का सबके लिए जनरल आदेश जारी करने, युक्त युक्तिकरण पर तत्काल रोक लगाने, मिडिल स्कूल प्रधान पाठकों के पदों पर अभिलंब पदोन्नति सूची जारी करने, स्थानांतरण पर बैन हटाने सहित विभिन्न मांगों को लेकर शिक्षक मिले
रायपुर प्रवक्ता.कॉम 13 मई 2025
राज्य के विभिन्न ब्लॉक एवं जिलों से आए हुए शिक्षकों के प्रतिनिधिमंडल ने आज कर्मचारी नेता एवं छत्तीसगढ़ जागरूक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष जाकेश साहू के नेतृत्व में अटल नगर नवा रायपुर स्थित मंत्रालय एवं संचनालय में विभिन्न अधिकारियों से मुलाकात कर तात्कालिक मुद्दों एवं समस्याओं पर चर्चा एवं गहन विचार विमर्शकर शिक्षकों के हित मे निर्णय लेने व आदेश जारी करने की मांग की।
संघ के प्रांत अध्यक्ष जाकेश साहू ने बताया कि देश की सर्वोच्च अदालत नई दिल्ली व उच्च न्यायाल बिलासपुर के आदेश का पालन करते हुए राज्य सरकार को चाहिए कि वह प्रदेश के एक लाख से अधिक शिक्षकों के हित में सोना साहू के तर्ज पर क्रमोन्नति वेतनमान का जनरल आदेश जारी करे।
शिक्षक संगठन ने बताया कि वर्तमान में युक्त युक्तिकरण में काफी विसंगतियां एवं खामियां हैं। सरकार ने पिछले वर्ष अगस्त सितंबर में युक्त युक्तिकरण की प्रक्रिया का आदेश दिया था। उसी समय प्रदेश के विभिन्न शिक्षक संगठनों के द्वारा विसंगतिपूर्ण युक्त युक्तिकरण का विरोध करने पर उक्त प्रक्रिया पर विराम लगा दिया गया था।
लेकिन इस वर्ष जैसी ही गर्मी की छुट्टी हुई और शिक्षक अवकाश में तथा शादी विवाह में व्यस्त हुए और इधर प्रशासन चुपके से युक्त युक्तिकरण की प्रक्रिया शुरू कर दी।
जिसमें वही पुराने नियमों के आधार पर यह युक्त युक्तिकरण हो रहा है। इस पर अपना विरोध छत्तीसगढ़ जागरूक शिक्षक संघ द्वारा किया गया है।
सरकार शिक्षकों की पदोन्नति और स्थानांतरण पहले करे – सरकार को युक्ति युक्त करण के पहले प्रदेश में शिक्षकों के स्थानांतरण और पदोन्नति की प्रक्रिया को पूर्ण करना चाहिए। क्योंकि युक्ति युक्तकरण के बाद सरकार किस आधार पर स्थानांतरण करेगी ,पदोन्नति भी लंबित होने से फिर से शिक्षकों की संख्या आसमानी हो जाएगी इसलिए सरकार को चाहिए कि प्रदेश भर के शिक्षकों के लिए पारदर्शी स्थानांतरण नीति जारी किया जाए। पदोन्नति भी आदेश भी शीघ्र जारी होना चाहिए।
विभिन्न ब्लॉक एवं जिलों से आए शिक्षक साथियों ने प्रदेश अध्यक्ष जाकेश साहू के नेतृत्व में अधिकारियों से मिला एवं अपने संगठन की मांगों को रखा। 2008 के सेटअप लागू करने की मांग संगठन के द्वारा अधिकारियों से की गई तथा यह कहा गया कि प्राथमिक शाला में मात्र दो शिक्षक के बदौलत कैसे गुणवत्ता आएगी…????
प्राथमिक शाला में 60 दर्ज पर तीन शिक्षक अनिवार्य होने चाहिए। इसी प्रकार मिडिल स्कूल में कम से कम पांच शिक्षक अनिवार्य होनी चाहिए। कम दर्ज संख्या वाले स्कूलों को बंद करने पर भी संगठन ने नाराजगी जाहिर की।
साथ ही एक ही परिषर के दो स्कूलों को आपस में मर्ज करने पर भी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि इससे प्राथमिक एवं मिडिल प्रधान पाठको के पद समाप्त हो जाएंगे।
संगठन ने राज्य शासन से अधिकारियों के माध्यम से यह मांग किया कि इस पर तत्काल विराम लगाई जाए।
रायपुर संभाग में मिडिल स्कूल प्रधान पाठक पदों में पदोन्नति की मांग –
संभाग में मिडिल स्कूल प्रधान पाठक के पदों पर आज पर्यंत पदोन्नति की प्रक्रिया पूर्ण नहीं हो पाई है जबकि प्रदेश के पांच में से चार संभागो में पदोन्नति की प्रक्रिया पूर्ण हो चुकी है। सिर्फ रायपुर संभाग बचा हुआ है। जिस पर संगठन ने मंत्रालय में अधिकारियों के सामने अपनी गहरी नाराजगी एवं पीड़ा जाहिर की।
तथा मांग किया कि रायपुर संभाग में मिडिल स्कूल प्रधान पाठक के पदों पर पदोन्नति सूची शीघ्र जारी की जाए। यदि शीघ्र सूची जारी नहीं की जाती है तो संगठन द्वारा संचनालय मंत्रालय के घेराव एवं अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन व आंदोलन किया जाएगा जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी शासन प्रशासन एवं राज्य सरकार की होगी। प्रतिनिधित्व मंडल में नारायण सोनी, दिनेश कुमार साहू, प्रीतचंद गंगेल, हरीश दिवान, बीरेंद्र साहू, राजेंद्र लाडेकर, रोहित रजक, रमेश शर्मा, महेंद्र मंडावी सहित बड़ी संख्या में शिक्षक नेता शामिल रहे।