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सेवा पुस्तिका सत्यापन के नाम पर कोरबा जिले में शिक्षकों से 3000 हजार की वसूली जिला शिक्षा अधिकारी बने मूक कार्यालय लिपिक बने माध्यम दर्शक– ओम प्रकाश बघेल

कभी पदोन्नति के नाम पर कभी संलग्निकरण के नाम पर कभी युक्तियुक्त करण से प्रभावित शिक्षक से लेनदेन कर यथावत या मनचाही स्थान दिलाने के नाम पर,निलंबन पश्चात सेवा बहाली मे भ्रष्टाचार, लम्बी अवकाश स्वीकृति मे भ्रष्टाचार, सेवा पुस्तिका मे अर्हता/योग्यता इंद्राज मे भ्रष्टाचार,सेवापुस्तिका संधारण मे भ्रष्टाचार,

कोरबा प्रवक्ता.कॉम 02 नवंबर 2025
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कोरबा / छत्तीसगढ़ राज्य में भ्रष्टाचार को रोकने के लिए सरकार द्वारा अनेकों जतन किए जा रहे हैं जिसका असर कुछ हद तक देखने को भी मिला है किंतु कुछ विभागों मे रिश्वतखोरी एवं भ्रष्टाचार पर लगाम नहीं लग पा रहे हैं इसका जीता जागता उदाहरण स्कूल शिक्षा विभाग जिला कोरबा में लगातार देखने को मिल रहा है, कभी स्थानांतरण के नाम पर कभी पदोन्नति के नाम पर कभी संलग्निकरण के नाम पर कभी युक्तियुक्त करण से प्रभावित शिक्षक से लेनदेन कर यथावत या मनचाही स्थान दिलाने के नाम पर,निलंबन पश्चात सेवा बहाली मे भ्रष्टाचार, लम्बी अवकाश स्वीकृति मे भ्रष्टाचार, सेवा पुस्तिका मे अर्हता/योग्यता इंद्राज मे भ्रष्टाचार,सेवापुस्तिका संधारण मे भ्रष्टाचार, एरियर्स भुगतान मे भ्रष्टाचार, बिना भ्रष्टाचार के कोई काम का होना सागर से मोती निकालने जैसा है। कर्मचारियों के अधिकार से संबंधित विभागीय स्तर पर रुके हुए कार्यों को लेकर संघ के द्वारा पत्राचार करने पर भी नियत समय पर कार्य का नहीं होना इससे स्पष्ट प्रतीत होता है कि अधिकारियों/शाखा प्रभारियों की कार्य करने की नियत नहीं है, बल्कि प्रभावित कर्मचारियों एवं शिक्षकों से अपेक्षा कुछ और ही नजर आता है।

वर्तमान में कोरबा जिले के स्कूल शिक्षा विभाग के कुछ विकास खंण्डो में शाखा प्रभारी बाबुओं के द्वारा सेवा पुस्तिका के सत्यापन हेतु शिक्षकों से तीन-तीन हजार रूपये( ₹3000) मांग अधिकारियों के सह पर की जा रही है जबकि अधीनस्थ सभी मातहत कर्मचारियों, शिक्षकों की सेवा पुस्तिका स्थानीय या संभागीय कोष एवं लेखा संपरीक्षा से सत्यापन का कार्य आहरण एवं संवितरण अधिकारियों का पूर्ण जिम्मेदारी ही नहीं बल्कि कर्तब्य भी है। कोरबा जिले के कई विकास खंण्डो में सेवा पुस्तिका सत्यापन के नाम पर लगातार उगाही जारी है। उगाही से शिकार प्रभावित शिक्षकों के द्वारा संगठन के पदाधिकारी को लगातार इसकी मौखिक एवं लिखित शिकायत एवं सूचना प्राप्त हो रहे हैं, तत सम्बन्ध मे संबंधित आहरण संवितरण अधिकारियों से चर्चा करने पर हमें ज्ञात नहीं कह कर समान्यतया आसानी से मामले को टाल दिये जाते हैँ।स्कूल शिक्षा विभाग मे सुरसा की तरह फैले रिश्वतखोरी एवं भ्रष्टाचार एवं हो रही नियम विरुद्ध,गैर विधिक कार्यों पर नकेल कसने के लिए उच्च स्तर पर शिकायत करने की तैयारी संघ के पदाधिकारियों द्वारा की जा रही है। छत्तीसगढ़ प्रदेश संयुक्त शिक्षक संघ के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष एवं छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन कोरबा के महासचिव ओमप्रकाश बघेल एवं छत्तीसगढ़ शिक्षक संघ बिलासपुर संभाग के संभागीय अध्यक्ष एवं कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन कोरबा के महासचिव डॉ तरुण सिंह राठौर एवं पदाधिकारियों द्वारा शिक्षकों से अपील की गई है की किसी भी कार्य के एवज मे किसी भी अधिकारी या मातहत/ मध्यस्त कर्मचारी को राशि न दें, यदि ऐसे कोई परिस्थितियां निर्मित होती है तो तत्काल संघ के पदाधिकारियों को अवगत कराएं ताकि संघ द्वारा समय रहते हो रही गैर क्रिया कलापों पर रोक लगाने पहल किया जा सके।उक्त जानकारी संयुक्त रूप से प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश बघेल एवं संभागीय अध्यक्ष डॉ तरुण सिंह राठौर द्वारा दी गई है।

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