सांसद बृजमोहन अग्रवाल की संवेदनशील पहल और बीएड सहायक शिक्षकों के संघर्ष का परिणाम मिला केबिनेट ने बर्खास्त शिक्षकों को प्रयोगशाला सहायक के पद पर समायोजन का लिया निर्णय

रायपुर प्रवक्ता .कॉम 30 अप्रैल 2025
छत्तीसगढ़ में सरकार ने सुप्रीमकोर्ट और उच्च न्यायालय के निर्णय आने के बाद बी एड योग्यताधारी सहायक शिक्षकों को उनके पद से बर्खास्त कर दिया था हालांकि शासन इस प्रकरण पर आरंभ से ही संवेदनशील रवैया अख्तियार किए हुए थी सरकार ने फैसले के विरुद्ध अपील भी की थी जिसे अमान्य किया गया। अंततः सरकार को इन शिक्षकों को बर्खास्त करना पड़ा।
बीएड योग्यताधारी शिक्षकों ने समय समय पर बड़ा आंदोलन कर बर्खास्तगी को रोकने का आग्रह किया । सरकार ने मुख्यमंत्री सचिव अमिताभ जैन की अध्यक्षता में कमिटी भी बनाई।

तात्कालिक शिक्षा मंत्री और रायपुर सासंद बृजमोहन अग्रवाल ने इस मामले में इन शिक्षकों को विज्ञान शिक्षक पद पर समायोजन के लिए की थी पहल जो आज पूरी हुई है।
मुख्यमंत्री को सासंद ने तीन पत्र लिखे – इन शिक्षकों के समायोजन के लिए सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने पत्र क्रमांक/2288 दिनांक30.11.24 पत्र क्रमांक 3721 दिनांक 31.01.2025 और पत्र क्रमांक 3293दिनांक 7.4.2025 के माध्यम से मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से अनुरोध किया था कि पत्र में लिखा गया है– कि मई 2023 को छत्तीसगढ़ शासन द्वारा टी-संवर्ग के 5492 व ई-संवर्ग के 793 कुल लगभग 6285 सहायक शिक्षकों की भर्ती के लिए नोटिफिकेशन जारी किया गया था। नोटिफिकेशन में तत्कालीन नियमों एवं प्रावधानों के तहत् योग्यता बीएड और डीएड दोनों को रखा गया था जिसके आधार पर आवेदन आमंत्रित किए गए। सभी प्रावधानों को पूरा कर चयन प्रक्रिया पूर्ण होने के उपरांत योग्यताधारी सहायक शिक्षकों की भर्ती की गई जिसमें से छत्तीसगढ़ के दूरस्थ क्षेत्रों के स्कूलों में शासकीय सेवा कर रहे लगभग 2621 शिक्षकों को 16 माह की नौकरी करने के बाद सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। नौकरी से बर्खास्त किए गए सभी बीएड योग्यताधारी सहायक शिक्षक मध्यम वर्गीय, बीपीएल परिवार के ही बच्चे है। नौकरी से निकालने के बाद इन सबका भविष्य दांव पर लगा हुआ है। रोजगार छिनने से परिवार पर रोजी-रोटी का संकट पैदा हो गया है। निकाले गए सभी सहायक शिक्षक प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी भी कर रहे थे। शासकीय नौकरी मिल जाने के कारण इन सबने अपनी तैयारी छोड़ दी और अब नौकरी से बर्खास्त भी हो गए है।
तकनीकी त्रुटि के कारण शासकीय नौकरी से बर्खास्त किए गए इन युवाओं के परिवारों को भारी संकट से गुजरना पड़ रहा है और इन परिवारों के समक्ष जीवन-मरण का प्रश्न उपस्थित हो चुका है। नौकरी से निकाले गए सहायक शिक्षक लगातार शिक्षा विभाग में सहायक शिक्षक के समकक्ष पदों पर समायोजित करने के लिए लंबे समय से आंदोलनरत् है। शासन, प्रशासन एवं सरकार में बैठे जनप्रतिनिधियों ने भी समय-समय पर इनके प्रकरण पर इन्हें गंभीरता पूर्वक विचार करने व समायोजित करने का आश्वासन भी दिया है, उसके उपरांत भी इस विषय पर अबतक कोई निर्णय नहीं लिया गया है।
संविधान के अनुच्छेद-21, राज्य सरकार को दायित्व सौंपता है कि राज्य में किसी भी व्यक्ति का जीवन संकट में नहीं पड़ना चाहिए। 2621 बीएड डिग्रीधारी नियमित सहायक शिक्षकों को बर्खास्त कर देने से इनके परिवारों का जीवन संकट में पड़ गया है। प्रदेश में मिडिल स्कूलों एवं हाई स्कूलों में प्रयोगशाला सहायक के पद बड़ी संख्या में रिक्त है। इन रिक्त समकक्ष पदों पर बर्खास्त शिक्षकों को योग्यतानुसार समायोजित किया जा सकता है।
कृपया इस विषय में निर्णय लेते हुए One-Time-Exemption (एक बार छुट) देकर, 2621 बर्खास्त सहायक शिक्षकों को योग्यतानुसार प्रयोगशाला सहायक /व्यायाम शिक्षक जैसे रिक्त समकक्ष पदों पर समायोजित करने हेतु आवश्यक निर्णय लेने का कष्ट करेंगे।
आज केबिनेट ने क्या निर्णय किया –
मंत्रिपरिषद की बैठक में सीधी भर्ती 2023 में नियुक्ति उपरांत सेवा समाप्त किये गये 2621 बी.एड. अर्हताधारी सहायक शिक्षकों के हित में महत्वपूर्ण फैसला लेते हुए उनको अंतर्विभागीय समिति की अनुशंसा अनुसार सहायक शिक्षक विज्ञान (प्रयोगशाला) के पद पर समायोजन करने का निर्णय लिया गया। इसके लिए स्कूल शिक्षा विभाग को अधिकृत किया गया है।
अंतर्विभागीय समिति की अनुशंसा अनुसार हटाये गए बी.एड अर्हताधारी 2621 सहायक शिक्षकों को सहायक शिक्षक विज्ञान (प्रयोगशाला) के राज्य में रिक्त 4,422 पदों में समायोजित किया जाएगा। समायोजन गैर विज्ञापित पदों पर किया जाएगा। कला/विज्ञान संकाय से 12वीं उत्तीर्ण सहायक शिक्षकों को निर्धारित अर्हता (12वीं गणित/विज्ञान) पूर्ण करने हेतु 3 वर्ष की अनुमति दी जाएगी साथ ही इन अभ्यर्थियों को प्रयोगशाला कार्य के संबंध में एस.सी.ई.आर.टी. के माध्यम से दो माह का विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। अन्य पिछड़ा वर्ग के शेष 355 अभ्यर्थियों के लिए सांख्येत्तर पदों का सृजन किया जाएगा।
समायोजन के लिए जिलों की प्राथमिकता में पहले राज्य के अनुसूचित क्षेत्र के जिलों के रिक्त पदों में उसके पश्चात सीमावर्ती जिलों के रिक्त पदों पर तत्पश्चात अन्य जिलों में समायोजन किया जाएगा।
सांसद ने मुख्यमंत्री को कहा धन्यवाद जताया आभार –
आज केबिनेट में इस शिक्षकों के समायोजन के बाद सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने सरकार और मुख्यमंत्री का इस फैसले के प्रति धन्यवाद और आभार व्यक्त किया है उन्होंने लिखा है ..
मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया के माध्यम से फैसले की जानकारी साझा करते हुए शिक्षकों को दी बधाई उन्होंने लिखा
सीधी भर्ती 2023 में नियुक्ति उपरांत सेवा समाप्त किये गये बी.एड. अर्हताधारी 2621 सहायक शिक्षकों के साथ हमारी सुशासन की सरकार ने न्याय किया है। इन सभी सहायक शिक्षकों को सहायक शिक्षक विज्ञान (प्रयोगशाला) के पद में समायोजित करने का निर्णय हमने लिया है। इसके लिए स्कूल शिक्षा विभाग को अधिकृत किया गया है।
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बी.एड. अर्हताधारी शिक्षकों को बधाई एवं शुभकामनाएं!