मृत्यु के कारणों के चिकित्सकीय प्रमाणीकरण (एमसीसीडी) विषय पर राजधानी रायपुर में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन
जन्म और मृत्यु पंजीकरण (RBD) अधिनियम, 1969 के प्रावधानों के तहत देश में मृत्यु के कारणों की चिकित्सा प्रमाणन (MCCD) योजना शुरू की गई थी
रायपुर प्रवक्ता,.कॉम 16 मार्च 2025
आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग द्वारा राज्य में मृत्यु के कारणों के चिकित्सकीय प्रमाणीकरण (एमसीसीडी) विषय पर राजधानी रायपुर में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में राज्यभर के चिकित्सकों, जनगणना निदेशालय, आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग के अधिकारियों ने भाग लिया।
कार्यशाला में आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग के अपर संचालक ने एमसीसीडी की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए अस्पतालों से अधिक संख्या में एमसीसीडी प्रपत्र प्राप्त करने और आंकड़ों की गुणवत्ता सुधारने करने, एमसीसीडी की प्रक्रिया को बेहतर बनाने और विभिन्न विभागों में समन्वय पर जोर दिया। जनगणना कार्य निदेशालय छत्तीसगढ़ के उप निदेशक ने एमसीसीडी में अब तक किए गए प्रयासों की जानकारी दी और राज्यभर के अस्पतालों से एमसीसीडी प्रपत्रों के संग्रहण की आवश्यकता पर जोर दिया।
एम्स रायपुर के विशेषज्ञों का तकनीकी सत्र
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) रायपुर के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. स्वप्निल अखाड़े ने एमसीसीडी एवं आईसीडी-10 (International Classification of Diseases&10) के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। उन्होंने फॉर्म-4 को सही तरीके से भरने, मृत्यु के कारणों को क्रमबद्ध लिखने और अंग्रेजी में स्पष्ट एवं बोल्ड अक्षरों में दर्ज करने की तकनीकी जानकारी दी। साथ ही एमसीसीडी आंकड़ों के आधार पर स्वास्थ्य नीतियों के निर्माण में सरकार को होने वाले लाभ पर भी चर्चा की।
MCCD रिपोर्ट:
- जन्म और मृत्यु पंजीकरण (RBD) अधिनियम, 1969 के प्रावधानों के तहत देश में मृत्यु के कारणों की चिकित्सा प्रमाणन (MCCD) योजना शुरू की गई थी।
- तब से यह देश में राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों में दक्षता के विभिन्न स्तरों के साथ प्रारंभ है।
- इस योजना के तहत भारत के महापंजीयक का कार्यालय राज्यों/संघ राज्य क्षेत्रों के संबंधित मुख्य रजिस्ट्रारों के जन्म और मृत्यु पंजीकरण कार्यालयों द्वारा एकत्रित, संकलित एवं सारणीबद्ध रूप में मृत्यु के चिकित्सकीय प्रमाणित कारणों पर डेटा प्राप्त करता