रायपुर प्रवक्ता.कॉम सोमवार 28 अप्रैल 2025
देश के भविष्य निर्माण में शिक्षक अहम भूमिका होती हैं।शिक्षक अपने दायित्व का निर्वहन करते हुए छात्रों को ज्ञान, संस्कृति, राष्ट्रभक्ति, संस्कार , की पाठ पढ़ाकर छात्रों के भविष्य के साथ साथ राष्ट्र निर्माण करते हैं। जिस प्रकार माली पौधे को उत्तम खाद, बीज, जल देकर उसे तैयार करते हैं ,उसी प्रकार शिक्षक भी अपना सब कुछ न्यौछावर कर विद्यार्थियों को गढ़ने का काम करते हैं। उक्त बात सुनील कुमार नायक राज्यपाल पुरस्कृत व्याख्याता ,एवं अजय साव व्याख्याता के सेवानिवृत्ति के अवसर पर विदाई समारोह में अतिथि द्वारा कहीं गई ।शाला परिवार द्वारा संकुल स्तरीय सम्मान समारोह, शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मठपुरैना रायपुर में सेवानिवृत शिक्षक के विदाई समारोह का आयोजन किया गया।

अतिथि के रूप में छत्तीसगढ़ शिक्षक संघ के पूर्व महामंत्री यशवंत सिंह वर्मा, प्रभारी प्राचार्य सरोज चंद्राकर, पूर्व प्राचार्य अर्चना चौबे,प्राचार्य चमेली वर्मा के उपस्थिति में सुनील नायक राज्यपाल पुरस्कृत व्याख्याता एवं अजय साव व्याख्याता के विदाई समारोह में का आयोजन किया गया। अतिथि यशवंत वर्मा कहा कि शिक्षक छात्रों में नैतिक ,राष्ट्रीय, संस्कारों के मूल्यों को छात्रों तक हस्तांतरण करते हैं ,शिक्षक अपनी पूरी निष्ठा ,ईमानदारी से अपना दायित्व का निर्वहन कर छात्रों का भविष्य संवारते है। शासकीय शालाओं में चुने हुए योग्यताधारी शिक्षक सेवाएं देते हैं ,वे अपने छात्रों को शिखर तक पहुंचाने की प्रयास करते हैं। छात्रों को एक नेक इंसान बनाने का लक्ष्य होता हैं।छात्रों की सफलता ही गुरु के लिए सही गुरु दक्षिणा होती हैं। शिक्षक छात्रों के भविष्य को संवारते हैं, वे हमेशा याद किए जाते हैं। बच्चों के प्रथम गुरु माता-पिता होते हैं, तत्पश्चात वे अपने बच्चों को शाला में शिक्षक के पास काफी उम्मीद के साथ सौंपते हैं । छात्रों के सर्वांगीण विकास हेतु शिक्षक की भूमिका अहम होती है।
राज्यपाल पुरस्कृत शिक्षक सुनील नायक ने कहा कि अपने 38 वर्ष की सेवा में अनुभव किया कि ,छात्रों को उनके रुचि के अनुसार कक्षा अध्यापन कराने से उनमें अधिगम , दक्षता का विकास होता हैं। शिक्षक द्वारा कही गई बातों को छात्र ठीक समझ सके । उनकी जिज्ञासा को समझकर उनकी समस्या का समाधान करें। शिक्षक अपने विषयवस्तु को पूर्ण रूप से तैयारी कर कक्षा प्रस्तुत करें। छात्रों को कक्षा में ईमानदारी से अध्ययन करवाने पर ही आत्म संतुष्टि मिलती है। शिक्षक छात्रों के लिए आईना के सामान होता हैं,वे उनका आदर्श होते है। देशहित,छात्रहित,शिक्षा हित,शिक्षक हित को सर्वोपरि मानते हुए अपने दायित्व का निर्वहन किया जाना चाहिए। मुख्य अतिथि अर्चना चौबे ने कहां शिक्षक को अपने जीवन में सबसे बड़ा उपलब्धि उनके द्वारा दिया गया शिक्षा दान जिसके द्वारा छात्र अपने लक्ष्य को प्राप्त करते हैं। शिक्षा के क्षेत्र में कार्य की सराहना करते हुए कहा कि समर्पित शिक्षक होने के साथ साथ कुशल नेतृत्व कर्ता रहे, छत्तीसगढ़ शिक्षक संघ के विभिन्न पदों पर रहकर शिक्षक एवं शिक्षा हित की लिए कार्य किया।प्रभारी प्राचार्य सरोज चंद्राकर एवं सभी स्टाफ द्वारा उत्तम स्वास्थ्य, शतायु होने की कमाना की। विदाई समारोह में शाला परिवार के गोविंद सोनी, लेमन ठाकुर, बाबूलाल पटेल,मनोज बारीक, शैल चंद्रवंशी ,रामलाल पटेल संगीता मिश्रा ,रितु वैष्णव विजय भारती पटेल, सुषमा कंवर,श्वेता यास्मीन,ममता वर्मा चित्रलेखा नेताम जितेंद्र सिन्हा,मोहित वर्मा छत्तीसगढ़ शिक्षक संघ, राहुल वर्मा, चित्रलेखा नेताम,चंद्रभूषण शुक्ला,आरती पांडेय
संजीव बल्लाल ,सरिता त्रिपाठी सविता श्रीवास्तव, जया मिश्रा, संध्या देशपांडे, प्रज्ञा झा, संदीप नेताम, विद्या नायडू कोमल सिंहा ,देवाशीष भोई ,निक्की चौरसिया, लक्ष्मी पटेल, मंजू नेताम, ज्योति शिंदे, पूजा ठाकुर, संदीप चंद्राकर ,उत्तम पांडे ,छोटे लाल, अंकिता तिवारी ,कुसुम सोनी ,गंगा नायक,तृप्ति साव आदि सभी संकुल के शिक्षक,गणमान्य उपस्थित थे।
छत्तीसगढ़ शिक्षक संघ की तरफ से सुनील नायक एवं अजय साव सर को मनीष देवांगन वर्तमान जिला अध्यक्ष ,नरेंद्र सिंह ठाकुर, नीलकंठ वर्मा, लक्ष्मी ठाकुर, गंगाधर गावंडे सहित अनेक शिक्षकों ने उज्वल भविष्य की शुभकामना देते हुए बधाई दी है।
कार्यक्रम का संचालन गोविंद सोनी, विजया भारती पटेल,के द्वारा किया गया।