महाराणा प्रताप की जयंती आज राजपूत क्षत्रिय महासभा के द्वारा नवागढ़ में 13 फीट की विशाल प्रतिमा की होगी स्थापना
राष्ट्र गौरव धर्म रक्षक क्षत्रिय कुलभूषण मेवाड़अधिपति क्रांतिसूर्य वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की आज है जयंती
रायपुर / नवागढ़ /प्रवक्ता. कॉम दिनांक 09.05.2025
राजपुत क्षत्रिय महासभा छत्तीसगढ़ रहटादह और राजपूत समाज नवागढ़ के द्वारा दिनांक 9 मई को क्षत्रिय गौरव महाराणा प्रताप की जयंती के अवसर पर महाराणा प्रताप चौक नवागढ़ रेस्ट हाउस के पास में महाराणा प्रताप की 13 फीट ऊंची प्रतिमा की स्थापना की जाएगी । इस अवसर पर राजपूत महासभा और सामाजिक अन्य पदाधिकारी सहित समाज के गणमान्य सदस्य उपस्थित रहेंगे।
महाराणा प्रताप की मूर्ति का अनावरण मुख्य अतिथि डॉ. रमन सिंह, विधानसभा अध्यक्ष द्वारा होगा
राजपूत क्षत्रिय महासभा के प्रचार सचिव डॉ. जितेन्द्र सिंह ठाकुर ने बताया कि नवागढ़ गरा 2 मई को महाराणा प्रताप जयंती मनाई जावेगी एवं में सर्व राजपूत क्षत्रिय समाज नवागढ़ द्वारा 2 महारााणा प्रताप जी की 13 फीट उंची मूर्ति को अनावरण किया जावेगा। नवोगढ़ में में भव्य सभा छत्तीसगढ़ रहटादह के केन्द्रिय अध्यक्ष शोभायात्रा निकाली सजावेगापने सजायादागक पहुंचने आहवान ट्रा. बजुरंग सिंह बैस ने अपने सभी 37 उप समितियों के किया है।
उन्होंने आगे बताया कि कार्यक्रम में अतिथि के रूप् रूप में कार्यक्रम की अध्यक्षता मा० दयालदास बघेल अति विशिष्ट अतिथि किरण सिंह देव प्रदेष अध्यक्ष भाजपा, मान० विजय बघेल, सांसद लोकसभा दुर्ग, मा० ध्रमजीत सिंह, मा० सौरभ सिंह अिवधेश चंदेल, मा० राजू सिंह क्षत्रिय,, पूर्व विधायक, व ठा बजरंग सिंह बैसु केन्द्रिय अध्यक्ष राजपूत जपूत क्षत्रिय महासभा छ रहटादह, ठी. महेन्द्र सिंह केन्द्रिय अध्यक्ष कन्नौज राजपूत क्षत्रिय समाज, ठा. द्वारा सिंह जी, केन्द्रिय अध्यक्ष बख्सर राजपूत क्षत्रिय समाज तथा उप समिति नवागढ़ अध्यक्ष मिथिलेश सिंह बिसेन, श्री आनन्नद वल्लभ सिंह, श्री रामशरण सिंह, ठा. युवराज सिंह, अश्वनी सिंह प्रमुख रूप से अतिथि के रूप में उपस्थित होंगे ।
भव्य शोभायात्रा निकाली जावेगी
उन्होने आगे बताया कि मंचीय कार्यक्रम अतिथि स्वागत उदबोधन संध्या 4.00 बजे प्रर्ति अनावरण संध्या और 5.00 बजे शोर्ययात्रा नगर भ्रमण संध्या 6.00 से बजे होगा ।
महाराणा प्रताप –
महाराणा प्रताप सिसोदिया राजपूत क्षत्रिय वंश से थे, जो मेवाड़ (वर्तमान राजस्थान) में सिसोदिया राजवंश से संबंधित थे. साहस, शौर्य और देशभक्ति के प्रतीक के रूप में जाने जाते हैं। उन्होंने मुगल बादशाह अकबर से लोहा लिया और अपनी मातृभूमि की रक्षा के लिए जीवन भर संघर्ष किया।
महाराणा प्रताप ने मुगलों के खिलाफ अपनी वीरता और संघर्ष के लिए अपनी पहचान बनाई, और उन्हें उनकी बहादुरी के लिए जाना जाता है. उनकी छतरी बांडोली, चावंड (मेवाड़) में स्थित है, जहां उनका अंतिम संस्कार किया गया था.