छत्तीसगढ़ शासन ने देर रात निगम मंडल में नियुक्तियों के आदेश जारी किए सोशल मीडिया में मुख्यमंत्री ने दी बधाई शिक्षा आयोग में नियुक्ति नहीं होने से दावेदार निराश
गौरी शंकर श्रीवास ने केश शिल्पी बोर्ड का पद ग्रहण में असमर्थता जताई ·
रायपुर प्रवक्ता.कॉमगुरुवार 3अप्रैल 2025
छत्तीसगढ़ में राज्य सरकार ने निगम, मंडल, बोर्ड और आयोग में अध्यक्ष पदों की सूची जारी कर दी है। जारी लिस्ट के मुताबिक बीजेपी प्रदेश के महामंत्री संजय श्रीवास्तव को छ.ग. स्टेट सिविल सप्लाईज कार्पोरेशन (नागरिक आपूर्ति) के अध्यक्ष बनाए गए है। वहीं प्रदेश प्रवक्ता अनुराग सिंह देव को छ.ग. गृह निर्माण मण्डल की जिम्मेदारी दी गई है। इसके साथ ही राष्ट्रीय सुरक्षा जागरण मंच की महासचिव और सिप्स की फाउंडर डॉ वर्णिका शर्मा को राज्य बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष बनाई गई है। ऐसे ही भूपेंद्र सवन्नी क्रेडा अध्यक्ष, लोकेश कावड़िया छत्तीसगढ़ निशक्तजन वित्त विकास निगम के अध्यक्ष बनाए गए। लिस्ट में 4 महिलाएं और 32 पुरुष शामिल हैं।

सौरभ सिंह खनिज विकास निगम अध्यक्ष,

शशांक शर्मा छत्तीसगढ़ संस्कृति परिषद अध्यक्ष, राजीव अग्रवाल CSIDC की जिम्मेदारी सौंपी गई है। वहीं दीपक महसके को CGMSC ।
गौरी शंकर श्रीवास ने केश शिल्पी बोर्ड का पद ग्रहण में असमर्थता जताई ·
गौरीशंकर श्रीवास को छत्तीसगढ़ राज्य केश शिल्पी कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई है,
लेकिन गौरीशंकर श्रीवास ने पद लेने से इनकार कर दिया। सोशल मीडिया पर लिखा कि पार्टी ने इतनी बड़ी जिम्मेदारी दी है कि जिसे उठाने में मेरे कंधे असमर्थ हैं, इसलिए पद स्वीकार नहीं है।
मोना सेन को छत्तीसगढ़ राज्य केश शिल्पी कल्याण बोर्ड की अध्यक्ष बनाई गई हैं। वहीं जितेंद्र कुमार साहू को राज्य तेलघानी बोर्ड के अध्यक्ष और अमरजीत सिंह छाबड़ा राज्य अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष बनाए गए हैं।वहीं नीलू शर्मा छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल अध्यक्ष, नंदकुमार (नंदे साहू) रायपुर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष और शालिनी राजपूत राज्य समाज कल्याण बोर्ड की अध्यक्ष बनाई गई हैं।
मुख्यमंत्री ने अपने एक्स हैंडल पर पोस्ट कर दी बधाई –
सूची सोशल मीडिया में रात को वायरल हुई तो बधाईयों का दौर भी शुरू हो गया । मुख्यमंत्री ने एक्स पर पोस्ट कर सभी नव नियुक्त नेताओं को बधाई दिया है। लेकिन जो आदेश उन्होंने पोस्ट किया है उसमें आदेश कब जारी हुआ है यह स्पष्ट नहीं है। आदेश का ऊपरी हिस्सा और नीचे हस्ताक्षर वाला भाग पोस्ट में नहीं है।केवल सूची जारी हुई है।जिस पर लोग चर्चा कर रहे हैं ।
शिक्षा आयोग में नियुक्ति नहीं हुई –
राज्य शिक्षा आयोग में नियुक्ति नहीं होने से इसके लिए प्रयास कर रहे दावेदार निराश हुए हैं ।शिक्षा आयोग में पिछली सरकार ने भी नियुक्ति नहीं की थी लेकिन बीजेपी की सरकार में भी इसे छोड़ दिए जाने से एक बड़े वर्ग की अनदेखी हुई है।
लाखों शिक्षकों और छात्रों के हित में शिक्षा आयोग की आवश्यकता लंबे समय से ही रही है ।