Breaking NewsTop Newsभारत
Trending

वक्फ संशोधन बिल पर संसद में गरजते हुए अमित शाह ने कहा धमकाइये मत यह संसद का क़ानून है सबको पालन करना होगा आज हो रही है जबर्दस्त बहस जेपीसी की रिपोर्ट के बाद दोबारा पेश हुआ बिल देर रात तक हो जाएगा पारित

देशभर में बिल के पक्ष माहौल ,मुस्लिम महिलाओं ने बिल का किया समर्थन, नीतीश कुमार, चिराग पासवान और चंद्र बाबू नायडू ने बिल का किया समर्थन

प्रवक्ता. कॉम / रायपुर पॉलिटिकल डेस्क /02 अप्रैल 2025

Join WhatsApp

वक्फ संशोधन बिल पर संसद में आज पक्ष और विपक्ष में तीखी बहस चल रही है ।मैराथन बहस देर रात तक जारी रहेगी। वक्फ बिल पर आज वोटिंग भी होगी ।संसद में आज बहुचर्चित वक्त संशोधन बिल पर बहस हो रही है। बिल के पक्ष और विपक्ष में संसद में आज वोटिंग होनी है। लोकसभा में एनडीए की तरफ से 296 वोट हैं, जिसमें भाजपा के 240 पीडीपी के 16 जदयू के 12 शिवसेना के 07 एल जीपी के 05 अन्य 16 वोट हैं। इस बिल के विरोध में इंडिया गठबंधन के 235 वोट जिसमें कांग्रेस 99 एसपी 37 टीएमसी 28 डीएमके 32 शिवसेना ubt के 19 और अन्य 40 सदस्य बिल के विरोध में हैं।

संसद में 2024 में वक्त संशोधन बिल आया था। बीजेपी के वरिष्ठ नेता जगदंबिका पाल की अध्यक्षता में संसद में जेपीसी गठित हुई थी । कमिटी की रिपोर्ट आने के बाद बिल को दुबारा पेश किया गया है।

वक्फ की विदाई का वक्त आ गया है , नए बिल से क्या कुछ बदलेगा वक्फ कानून में –
वक्त संशोधन के नए बिल से वक्त की संपत्ति पर कई बड़े बदलाव होंगे जिसमें वक्त बोर्ड से जुड़े हुए कई प्रावधान में बदलाव हो जाएगा जिसके अनुसार वक्फ बोर्ड में

वक्फ बोर्ड की सारी संपत्ति पोर्टल पर दर्ज होगी।

वक्फ बोर्ड से जुड़े कानून में बदलाव के लिए वक्फ संशोधन विधेयक 2024 लाया गया है. इस विधेयक के तहत कई बदलाव किए जाने हैं. इनमें से कुछ प्रमुख बदलाव ये रहे: 

  • वक्फ़ घोषित करने के लिए, कम से कम पांच सालों से इस्लाम का पालन करना ज़रूरी होगा. 
  • वक्फ़ संपत्तियों का सर्वेक्षण करने का काम कलेक्टर करेंगे. 
  • वक्फ़ संपत्तियों का पंजीकरण ज़िला मजिस्ट्रेट के दफ़्तर में कराना होगा. 
  • वक्फ़ संपत्तियों की जांच और राजस्व की जानकारी जिला मजिस्ट्रेट ले सकेंगे. 
  • वक्फ़ संपत्तियों के प्रबंधन के लिए एक सुव्यवस्थित फ़्रेमवर्क तैयार किया जाएगा. 
  • वक्फ़ संपत्तियों के प्रबंधन में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित की जाएगी. 
  • वक्फ़ संपत्तियों के प्रबंधन में गैर-मुस्लिमों, महिलाओं, और अन्य समुदायों को शामिल किया जाएगा. 
  • वक्फ़ बोर्ड, वक्फ़ संपत्तियों का प्रबंधन करने के लिए बनाया गया है. वक्फ़ का मतलब है ‘अल्लाह के नाम’. वक्फ़ बोर्ड, मुस्लिम समाज की ज़मीनों पर नियंत्रण रखता है. 

वक्फ बोर्ड की संपति पर एक नजर–

देश में इस समय कुल 9.4 लाख एकड़ जमीन वक्त बोर्ड की है ।नए वक्त संशोधन बिल के पास होने के बाद सरकारी संपत्ति पर दावा की गई तो जांच होगी। इसके इस्तेमाल के आधार पर संपत्ति वक्फ की है या नहीं तय होगा । वक्फ की संपत्ति का रजिस्ट्रेशन अनिवार्य किया जाएगा किया जाएगा ।ट्रिब्यूनल का फैसला आखिरी नहीं होगा।

वक्फ संशोधन बिल पर राजनीतिक दलों की स्थिति क्या है –

इस समय लोक सभा और राज्यसभा में सरकार और विपक्ष की स्थिति इस तरह से है। लोकसभा में कुल सांसदों की संख्या 542 है । बिल पास होने के लिए 272 चाहिए। जिसमें से भारतीय जनता पार्टी व साथी दलों के सांसदों की संख्या 296है कांग्रेस एवं साथी 232अन्य 12,

राज्य सभा की कुल 236 सीट में से में 119 सीट बहुमत के लिए चाहिए । इस समय राज्यसभा में भी बीजेपी 125 कांग्रेस 88 अन्य 23 है।

अनुराग ठाकुर किरण रिजिजू ने संसद में कहा –

अभी तक संसद में 8 घंटे की बहस हो चुकी तय होगी । लोकसभा में वक्फ बिल संशोधन पर बोलते हुए अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि यह बिल धार्मिक सामंतवाद के खिलाफ है ।वक्फ बोर्ड सिर्फ 200 लोगों के साथ में है ,जिससे आजादी मिलेगी ।कांग्रेस जाति धर्म क्षेत्र के नाम पर राजनीति कर रही है ।गरीब मुसलमान पीड़ित हैं ।यह महिला विरोधी है मुस्लिम विरोधी भी है। वक्फ पर पहले भ्रष्टाचार को खत्म करेंगे
नए वक्त कानून को लेकर देश भर में जश्न अल पसमांदा मुसलमान ने नए कानून पर खुशी जाहिर की है ।मुस्लिम महिलाओं ने भी कानून का समर्थन किया है ।मुस्लिम संगठन विपक्षी दलों का विरोध जारी है ।मुस्लिम विरोधी बिल बताकर बिल पर भ्रम फैला रहे हैं।

अमित शाह बिल पर गरजते हुए बोले, विपक्ष के आरोपों की उड़ाई धज्जियां – विपक्ष मुस्लिम वोट के लिए तारीफ तरस रहा है । वक्फ में एक भी गैर मुस्लिम सदस्य नहीं आयेगा। गृह मंत्री ने एक एक करके विपक्ष के इस बिल पर फैलाए गए अफवाह को खारिज करते हुए उसकी धज्जियां उड़ा दीं। विपक्ष को सख्त लहजे में कहा धमकियां मत दीजिए यह संसद का कानून है ,सबको पालन करना होगा। सबके लिए बंधनकारी होगा।उन्होंने केरल से लेकर बिल को मिल रहे समर्थन की सूची गिना दी।

2013 तक खुद लालू प्रसाद यादव ने वक्फ बिल संशोधन का समर्थन किया थ। सरकारी संपत्ति वक्फ की नहीं घोषित होगी।यह बिल मुस्लिमों के फायदे के लिए लाया गया है।बिल के मसौदे पर भी बिंदुवार विपक्ष के आरोपों पर उन्होंने अपने ही अंदाज में जवाब दिया। उन्होंने कहा कानून न्याय के लिए होता है ।

बिल पर देर रात होगी वोटिंग –आज ही संसद में चर्चा के बाद वक्फ संशोधन बिल 2024 पास करने लिए वोटिंग होगी । वोटिंग के बाद बिल पास होकर राज्यसभा में जाएगा।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button