मुख्यमंत्री के गृह जिले एवं विधान सभा क्षेत्र कुनकुरी का है। विदित हो कि सत्र 2018- 19 में खनिज न्यास निधि मद से कुनकुरी को आम जनताओ के लिए लाइब्रेरी हेतु नवीन भवन निर्माण के लिए 10 लाख एवं पुस्तक क्रय हेतु 5 लाख रुपए की स्वीकृति मिली थी ।जिसका निर्माण शासकीय कन्या उमावि कुनकुरी परिषर में किया जाना प्रस्तावित था। निर्माण एजेंसी शाला समिति को बनाया गया था। किन्तु बीआरसीसी श्री विपिन अम्बष्ट द्वारा भ्रष्टाचार एवं गबन करने के लिए कार्य स्थल एवं कार्य एजेंसी दोनों को ही परिवर्तन कर नवीन भवन निर्माण किये बिना पूरी राशि डकार ली गई। जबकि कलेक्टर महोदय के शर्तों के मुताबिक किसी भी स्थिति में निर्माण स्थल एवं कार्य एजेंसी को परिवर्तन नहीं करने संबंधी दिशा निर्देश जारी किया गया था।जिसको बीआरसीसी विपिन अम्बष्ट ने ठेंगा दिखाते हुए खुलकर भ्रष्टाचार किया है। खबर तब खुलकर सामने आई जब एक सामाजिक कार्यकर्ता मनोज कुमार यादव खेल मैदान कुनकुरी ने सूचना के अधिकार के तहत् संबंधित संस्था से जानकारी मांगी। संबंधित संस्था के वर्तमान प्रधान पाठक ने किसी भी प्रकार के नये भवन के निर्माण से संबंधित जानकारी से लिखित में अभिज्ञता जाहिर की है। जबकि शाला के खाते में शासकीय राशि अंतरित की गई है। जिसका आहरण भी किया गया है। उक्त पुस्तकालय भवन से संबंधित कोई भी दस्तावेज शाला में उपलब्ध नहीं है की जानकारी वर्तमान प्रधान पाठक द्वारा लिखित में दिया गया है। चौंकाने वाली बात तो तब पता चला जब शाला के तात्कालीन प्रधान पाठक से सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत् जानकारी चाही गई उन्होने लिखित में बयान दिया है कि बीआरसीसी कुनकुरी विपिन अम्बष्ट अपने कार्यालय में मुझे एवं कोषाध्यक्ष को बुलाकर यह कहा गया कि आपके शाला के बैंक खाते में कुछ शासकीय राशि डाला गया हैए जो विभागीय है। जिसको आहरण करने के लिए पासबुक एवं निकासी पर्ची जिसमें राशि अंकित किये बिना सील व हस्ताक्षर कराकर रख लिया गया था। इसके संबंध में कब- कब कितनी राशि आहरित किया गया है मुझे कुछ भी जानकारी नहीं है। प्रधान पाठक द्वारा लिखित में बताया गया है और यह भी बताया गया है कि नवीन भवन निर्माण संबंध में मेरे कार्याकाल में कोई कार्यादेश या कोई भी दस्तावेज मुझे उपलब्ध नहीं कराया गया है। उन्होंने स्पष्ट रूप से लिखा है कि अपने अधिकारी रसूख का रूतबा दिखाकर विपिन अम्बष्ट द्वारा राशि आहरण किया गया है।
आवेदक ने बकायदा लिखित में शिकायत कलेक्टर जन दर्शन में किया है एवं प्रतिलिपि माननीय मुख्य मंत्री छ.ग. शासन, डीपीआई लोक शिक्षण संचनालय, विशेष सचिव एवं निर्देशक एमआरडी खनिज न्यास विभाग रायपुर, कमिश्नर व संयुक्त संचालक शिक्षा अम्बिकापुर को किया हैए उच्च स्तरीय अंतर विभागीय निष्पक्ष जांच की मांग की है।