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मध्यप्रदेश में ढाई लाख शिक्षकों की ई-अटेंडेंस के लिए अब नया सिस्टम तैयार छत्तीसगढ़ में भी तैयारी

भोपाल/रायपुर/प्रवक्ता.कॉम11 मई 2025

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एम शिक्षा मित्र पोर्टल बदला जाएगा, ट्रायबल डिपार्टमेंट में नहीं अभी तक कोई तैयारियां सालों से गायब 20 हजार शिक्षकों को पहुंचना होगा स्कूल, अन्यथा नहीं बन पाएगा वेतन

प्रदेश में उई लाख शिक्षकों की ऑनलाईन अटेंडेंस नवीन पोर्टल पर होगी। पहले पूर्व से संचालित एम शिक्षा मित्र पर यह उपस्थिति लागाने की तैयारिया हुई थीं। अब डिपार्टमेंट ने नवीन सिस्टम तैयार किया है। इधर जिस ट्रायबल विभाग अपनी आश्रम शालाओं में ढाई लाख टीचरों से बच्चों का अध्यापन करवाता है। वहां पर अभी कोई तैयारियां नहीं है। प्रदेश में 15 जून से शिक्षा का सत्र री-औपन हो रहा है। इसी दिन से स्कूल शिक्षा विभाग के अधीन काम करने वाले तर शिक्षक की ऑनलाइन उपस्थिति होपी। जब यह मसौदा तैयार किया गया था। तब कहा गया था कि पूर्व से

संचालित एम शिक्षा मित्र पर टीचरों की ऑनलाइन अटेंडेंस लगाई जाएगी। अब विभाग ने निर्णय को बदल दिया है । विद्यालयों के समस्त रिकार्ड को संग्रहित करने के लिए विभाग ने जिस नवीन 3.0 पोर्टल को लांच किया है। उसी

शिक्षकों की ई-अटेंडेंस लगवाई जाएगी। अधिकारियों का कहना है कि इसके लिए एक्सपर्ट की टीम काम कर रही है। यह काम चुनौतीपूर्ण है लेकिन इसे समय सीमा में कर लिया जाएगा।

शिक्षक संगठनों ने इस व्यवस्था में गिनाई कई खामियां –

स्कूल शिक्षा विभाग 15 जून से प्रदेश में ऑनलाइन अटेंडेंस की शुरू करने जा रहा है, लेकिन शिक्षकों ने ही इस प्रक्रिया में कई तकनीकी खामियां बताई है। आजाद अध्यापक संघ का कहना है कि विभाग आये दिन शिक्षकों की ड्यूटी पढ़ाई की बजाय गैर शैक्षणिक कार्यों लगता है। अब जब शिक्षक दूसरे काम करेगा तो यह कैसे समय पर स्कूलों में पहुंच पाएगा। ग्रामीण अंचलों में अनेक ऐसे क्षेत्र हैं. जहां इंटरनेट की दिक्कत है। विभाग को इन समस्याओं का समाधान पहले करना होगा।

सालों से शिक्षकों को पहुंचना होगा स्कूल

राज्य में 20 हजार ऐसे शिक्षक है. जी पिछले कई सालों से स्कूलों में नहीं पहुंच पाये है। विभाग की रिपोर्ट अनुस्कर मतदाता सूची में कार्य वा नाम पर अनेक शिक्षक, कलेक्टर जिला पंचायतों और तहसील कार्यालयों में छिले पांच साल से बाबूगिरी वार रहे है। बड़ी संख्या में शिक्षक राज्य शिक्षा केन्द्र, लोक शिक्षण संचालनालय जिला शि अधिकारी एवं बीअरसीसी जैसे कार्यों में अटैच होकर सेवाएं दे रहे है। कई शिक्षक सांसद एवं विधायकों के कार्यालयों में काम कर रहे है। हजारों शिक्षक कक्षाओं से दूर है। ऐसे शिक्षकों की स्कूल स्पॉट पर ऑनलाइन अटेंडेंस नहीं लगी तो इनका वेतन नहीं बनेगा ऑनलाइन अटेंडेंस

विभाग में अधिकारियों का मानना है कि ऑनलाइन अटेंडेंस लगेगी तो पूरा डिटेल दर्ज होगा कि शिक्षक कितने बजे विद्यालयों में पहुंचा है। शिक्षकों की स्कूलों में समय पर मौजूदगी होगी तो बच्चों के शैक्षणिक कार्यों में भी गुणात्मक विकास होगा। अब जिला शिक्षा अधिकारियों पर निर्भर नाही सहना पड़ेगा। अभी तक जिला शिक्षा अधिकारी निरीक्षण करते रहे। अनुपस्थित शिक्षकों पर कार्यवही के लिए विभाग को जानकारी दी जाती है, अब सिस्टम ऐसा तैयार हो रहा है कि शिक्षक को स्कार में निर्धारित समय अनुसार ड्यूटी करना होगी। अन्यथा इनके वेतन पर असर पड़ेगा।

ट्रायबल में नहीं अभी कोई तैयारियां

स्कूल शिक्षा की तरह ट्रायबल डिपार्टमेंट में पदस्थापना, प्रमोशन और वेतन व्यवस्था को छोड़ अध्यापन पैटर्न एक जैसा है. लेकिन अभी यहां पर ऑनलाइन अटेंडेंस के लिए कोई तैयारिया नहीं है। अब पोर्टल 3.0 तैयार हो रहा था। तब स्कूल शिक्षा और ट्रायबल अधिकारियों की मंत्रालय में बैठक हुई थी। इसमें सहमति बनी थी कि एक साथ ऑनलाइन अटेंडेंस लगाई जाएगी, लेकिन अब तक यहां कोई तैयारी नहीं है। यहां यह भी तय नहीं हुआ कि शिक्षकों की ऑनलाइ उपस्थिति स्कूल शिक्षा विभाग के 3.0 से लिंक होगी, या फिर ट्रायबल डिपार्टमेट अलग पोर्टल तैयार करेगा। हालांकि स्कूल शिक्षा विभाग का कहना है कि ट्रायबल में भी एक ही तिथि से शिक्षकों की उपस्थिति आनलाइन होगी। यहां भी काम बल रहा है।

हम 15 जून से राज्य के स्कूलों में शिक्षकों की ई-अटेंडेंस लगवाएंगे। इस विषय में तेजी से काम चल सहा है। जितने शिक्षक पदस्थ है। सभी को ऑनलाइन हाजिरी लगानी होगी।

शिल्या गुप्ता,संचालक लोक शिक्षण संचालनालय

प्रधानमंत्री ने छत्तीसगढ़ में m विद्या समीक्षा केंद्र की शुरुआत की थी –

छत्तीसगढ़ में नए शिक्षा सत्र शिक्षकों की मॉनिटरिंग और उपस्थिति के संबंध m विद्या केंद्र कार्य कर रहा है ।

एम विद्या केंद्र” (M Vidya Kendra) एक संक्षिप्त नाम है जिसका अर्थ “विद्या समीक्षा केंद्र” (Vidya Samiksha Kendra) है। यह एक राष्ट्रीय डिजिटल शिक्षा वास्तुकला (NDEAR) के तहत शिक्षा मंत्रालय द्वारा शुरू की गई एक पहल है

शिक्षकों की स्कूलों में समय पर उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए यहां भी मध्यप्रदेश और अन्य राज्यों तरह शिक्षकों की उपस्थिति दर्ज करने की तैयारियां हो रही है ।

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