रायपुर प्रवक्ता. कॉम
छत्तीसगढ़ आबकारी विभाग ने शराब के प्रेमियों को एक डिजिटल सुविधा प्रदान किया है ।अब उन्हें अपने मनपसंद शराब के ब्रांड के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा। आबकारी विभाग ने उनकी सुविधा के लिए सरकारी ऐप ही लॉन्च कर दिया है ,जिसको नाम दिया गया है, “मनपसंद ” ऐप, नाम के मुताबिक यह ऐप शराब प्रेमियों को यह भी बताया कि उनके पसंद की ब्रांड छत्तीसगढ़ के किस सरकारी दुकान में उपलब्ध है और उसकी कीमत क्या है। ऐप बताएगा कि शराब कहां सस्ती मिल रही है और कहां महंगी मिल रही है ।शराब प्रेमियों के समक्ष रेट चयन करने की आजादी होगी और आपको दुकान– दुकान मनपसंद ब्रांड के लिए भटकना नहीं पड़ेगा ।वैसे सरकार के आबकारी विभाग के इस नायाब सुविधा पर राजनीति भी हो रही है ।छत्तीसगढ़ सरकार के पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बीच इस पर जुबानी जंग भी प्रारंभ हो गई है। सरकार के आबकारी विभाग ने इस ऐप को दो दिन पहले लांच किया है। नया रायपुर के जीएसटी भवन में आबकारी विभाग की बैठक हुई फिर निर्णय लिया गया।
एंड्रॉयड फोन आधारित एप्लीकेशन मनपसंद को लॉन्च करने का निर्णय हुआ, विभाग ने बताया कि इस ऐप के जरिए लोगों को न सिर्फ शराब खरीदने में सुविधा होगी बल्कि इससे पारदर्शिता भी आएगी ।आबकारी विभाग के सचिव आर . संगीता र्ने जब से आबकारी विभाग की का महान संभाली है तब से विभाग आए दिन कुछ ना कुछ नया कर रहा है ।विभाग का तर्क है कि इस ऐप के कई फायदे हैं।
इस ऐप से सरकारी आय में वृद्धि होगी और शराब प्रेमियों को भी ओवर रेटिंग से निजात मिलेगी ।किसी भी दुकान में शराब ज्यादा रेट में नहीं बिक पाएगा शराब की अवैध बिक्री पर भी रोक लगेगी। अब देखना यह है कि शराब प्रेमी इस ऐप का कितना फायदा उठा पाते हैं, कई शराब प्रेमियों ने इस ऐप के लांच होने पर खुशी जाहिर किया है और इसके लिए आबकारी विभाग को धन्यवाद कहा है। सरकारी ऐप के द्वारा ब्रांड बताने की सुविधा देने वाला छत्तीसगढ़ संभवतः देश का पहला राज्य भी बन गया है।