आस्था के महाकुंभ में आज दूसरा अमृत स्नान तीर्थराज प्रयाग में करोड़ो लोग लगाएंगे आस्था की डुबकी
एप्पल के सह संस्थापक स्टीव जॉब्स की पत्नि लॉरेन पावेल भी हिंदू आस्था के रंग में रंगी ,महाकुंभ में उमड़ रहा है आस्था का जन सैलाब, भारतीय सनातन के गौरव से दुनिया है चमत्कृत
प्रयागराज,/ प्रवक्ता. कॉम /दिनांक /14जनवरी 2025
आज वृष राशि में बृहस्पति हैं और सूर्य और चंद्रमा मकर राशि में है इसलिए आज संक्रांति का महापर्व है । प्रयाग राज में 13 जनवरी से 26 फरवरी तक चलेगा। ग्रहों के इस अद्भुत संयोग में प्रयागराज के पूर्ण महाकुंभ में आज सुबह से ही आस्था की डुबकी लगाने शुरू हो गए हैं।
तीन पवित्र नदियों के संगम और तीर्थराज प्रयाग में सिद्ध साधु संत और अखाड़ों के प्रमुखों ने पहला अमृत स्नान किया है।
आज प्रयाग राज में दुनिया भर से आए हिंदू संस्कृति और सभ्यता को मानने वाले विदेशी श्रद्धालु भी स्नान कर रहे हैं।
आज हमारे महाकुंभ की दिव्यता ,भव्यता प्रयागराज में देखते ही बन रही है।लाखों लाख श्रद्धालुओं मां गंगा ,यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम में डुबकी लगाकर अपने आप को धन्य कर रहे हैं।
इस कुंभ की मान्यता है कि इसमें स्नान करने से आध्यात्मिक अमरत्व की प्राप्ति होती है।
प्रमुख अखाड़े जिन्होंने किया शाही स्नान ·

निरंजनी अखाड़े, श्री पंच निर्वाणी अखाड़ा, पंचायती उदासीन अखाड़े, महानिर्वाणी अखाड़े, पंच दशनाम अखाड़ा, पंचायती निर्मल अखाड़ा,पंच निर्मोही अखाड़ा, पंचाग्नि अखाड़ा, श्री पंच दिगम्बर अखाड़ा, पंच दशनाम जूना अखाड़ा, शंभु पंचायती अखाड़ा, सहित कई प्रमुख अखाड़े के संत महंत ने क्रमशः स्नान किया।
कब तक चलेगा प्रयाग राज कुंभ ,कब कब होंगे पवित्र स्नान–
इस महाकुंभ में 6 शाही स्नान जिसे अमृत स्नान कहा जाता है। पहला स्नान पौष पूर्णिमा 13 जनवरी को किया गया। दूसरा शाही स्थान 14जनवरी को मकर संक्रांति के दिन होगा।तीसरा शाही स्थान 29जनवरी मौनी अमावस्या पर चौथा शाही स्नान 2फरवरी को बसंत पंचमी के दिन किया जाएगा।
12फरवरी माघ पुर्णिमा के दिन पांचवा शाही स्नान और 26 फरवरी महाशिवरात्री के दिन इस महाकुंभ के छठवां और अंतिम स्नान किया जाएगा।
अगला महाकुंभ हरिद्वार में वर्ष 2033 में लगेगा
प्रयागराज के इस पूर्ण महाकुंभ के 12 वर्ष बाद अगला पूर्ण महाकुंभ हरिद्वार उत्तराखंड में 2033 में लगेगा।
जिसमें 28 फरवरी 2033 को अखाड़ों के स्नान होंगे ।उसके बाद 30मार्च 2033 को चैत्र अमावस्या पर दूसरा, 14 अप्रैल के दिन संक्रांति और पुर्णिमा का स्नान होगा।1 मई 2033 को अक्षय तृतीया पर अंतिम स्नान होगा।
एप्पल के को फाउंडर स्टीव जॉब्स की पत्नी भी भगवा रंग में रंगी हुई प्रयाग राज में कल्प वास कर रही हैं–
एप्पल के शह संस्थापक स्टीव जॉब्स की पत्नी लॉरेन पावेल इस समय भारत में हैं और हिन्दू आस्था के रंग में रंगी हुई नजर आ रही हैं।
अपने आध्यात्मिक गुरु स्वामी निरंजनी अखाड़े के प्रमुख स्वामी कैलाशानंद गिरी से प्रभावित हैं ।उनके गुरु ने लॉरेन पावेल को कुंभ के लिए नया नाम और गोत्र भी दिया है ।उनका नया नाम कमला है और उनके
लॉरेन पावेल हिन्दू और बौद्ध धर्म से प्रभावित हैं और उनका जुड़ाव है। लॉरेन पावेल कुंभ में कल्पवास के दौरान साधु संत के संगत ने रहकर सादगी पूर्ण जीवन शैली का पालन करेंगी। ये भारतीय आध्यात्म की ही शक्ति और प्रभाव है कि पावेल जैसे लाखों विदेशी भारतीय आध्यात्म और चिंतन से प्रभावित होकर भारत आते रहते हैं।