यू. पी. अजब है – उत्तरप्रदेश में पुरुष टेलर महिलाओं के नहीं ले सकेंगे नाप, जिम में भी महिला ट्रेनर होना जरूरी, राज्य महिला आयोग का फरमान
हजारों पुरुष टेलर का क्या होगा जिनकी दुकान महिलाओं के भरोसे चलती है
उत्तर प्रदेश महिला आयोग का अजाब फरमान आया है ।उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग ने एक फरमान जारी कर कहा है कि, यूपी में अब पुरुष लेडिस टेलर नहीं बन सकेंगे ।महिला आयोग का कहना है कि महिला सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पुरुष महिलाओं के शरीर का नाप नहीं ले सकते। इसके अलावा स्कूल बसों में भी अब महिला सुरक्षा कर्मी रखने का प्रस्ताव दिया गया है। ,उत्तर प्रदेश महिला आयोग ने कानपुर के हत्याकांड से सबक लेते हुए कहा है, कि महिलाओं के योग केंद्र में , फिटनेस सेंटर और जिम में भी महिला ट्रेनर का होना जरूरी है ।
जानकारी के अनुसार राज्य महिला आयोग की हुई बैठक में यह फैसला लिया गया है कि लड़कियों के ड्रेस अप और पार्लर में भी महिला होना चाहिए। उत्तर प्रदेश महिला आयोग ने अपने इस प्रस्ताव और निर्णय के संबंध में सर्कुलर राज्य के तमाम कलेक्टर, कमिश्नर और पुलिस अधीक्षक को भेज दिया हैं ।महिला आयोग ने कहा है की कोचिंग सेंटर में सीसीटीवी से निगरानी व्यवस्था हो । जिला प्रशासन को इसे लागू करने की जिम्मेदारी दी है।उत्तर प्रदेश महिला आयोग की अध्यक्ष बबीता चौहान ने कहा है कि चाहे महिला सुरक्षा की दृष्टि से हो या फिर महिलाओं के रोजगार की दृष्टि से जो महिलाएं जिम जाती हैं ,वहां पर यह देखें की वहां महिला ट्रेनर की व्यवस्था है या नहीं ।पहले जब ब्यूटी पार्लर होते थे तब उनमें काम करने वाली 90% महिलाएं ही होती थी लेकिन अब जमाना बदल गया है, अब लड़कियां कम दिखती है, पार्लर में पुरुषों से काम कराये जा रहे हैं ।आजकल ब्राइडल मेकअप में भी लड़के आ गए हैं जिससे महिलाओं के प्रति छेड़खानी बढ़ गई है ।उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग के निर्णय की देश भर में चर्चा है ।अब सवाल यह है कि अब उन हजारों पुरुष टेलर का क्या होगा जो महिलाओं के कपड़े की सिलाई करते थे।
हालांकि राज्य महिला आयोग को इस तरह के कानून बनाने के अधिकार नहीं है फिर भी उनके निर्णय की तामील की हद तक होती है, इस पर सबकी नजरें होंगी।